ट्रेन से केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव रहस्यमय ढंग से गायब, इस तरह मिले सिहोरा स्टेशन से 162 KM दूर दूसरी ट्रेन में

जबलपुर। गोंडवाना एक्सप्रेस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब केंद्रीय मंत्री और ओडिशा के सुंदरगढ़ से सांसद जुएल उरांव चलती ट्रेन से रहस्यमयी तरीके से लापता हो गए। ट्रेन जैसे ही दमोह स्टेशन पर पहुँची, मंत्री जी अपनी निर्धारित बर्थ से गायब मिले, जिसके बाद रेलवे स्टाफ और सुरक्षा एजेंसियों में अफरा-तफरी मच गई। तीन घंटे तक लगातार चले सर्च ऑपरेशन के बाद उरांव को जबलपुर के पास सिहोरा स्टेशन पर एक दूसरी ट्रेन संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के कोच B3 की बर्थ संख्या 57 पर सुरक्षित पाया गया।
कैसे हुई पूरी घटना?
मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार, 3 मई की शाम 5 बजे केंद्रीय मंत्री दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से गोंडवाना एक्सप्रेस (22182) से जबलपुर के लिए रवाना हुए थे। योजना के मुताबिक उन्हें जबलपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से मंडला जाना था। ट्रेन में उनके साथ पर्सनल असिस्टेंट और सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे।
ये भी पढ़ें
लापता होने के बाद मचा हड़कंप
बताया जा रहा है कि, 4 मई रविवार को सुबह 3:45 बजे जब ट्रेन दमोह स्टेशन पहुँची, तब यह देखा गया कि मंत्री उरांव अपनी सीट पर नहीं हैं। इससे ट्रेन में सनसनी फैल गई। तुरंत अधिकारियों को सूचना दी गई और करीब 3 घंटे तक ट्रेन व ट्रैक पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
सिहोरा में दूसरी ट्रेन में मिले मंत्री
अंततः मंत्री जुएल उरांव 162 किलोमीटर दूर सिहोरा स्टेशन पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में सुरक्षित पाए गए। सूत्रों के मुताबिक दमोह स्टेशन पर उतरने के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और ब्लड शुगर लेवल कम होने के कारण चक्कर खाकर वे गोंडवाना एक्सप्रेस में वापस नहीं चढ़ सके। उसी समय प्लेटफॉर्म पर खड़ी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में उन्होंने चढ़कर यात्रा जारी रखी।
रेलवे की प्रतिक्रिया
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही मंत्री के लापता होने की खबर मिली, सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया गया था। जबलपुर में उनके मिलने की पुष्टि होते ही राहत की सांस ली गई। फिलहाल मंत्री जी सुरक्षित हैं और उन्हें किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई है।
मंत्री की ओर से अब तक चुप्पी
पूरे घटनाक्रम को लेकर जुएल उरांव की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।








