माहेश्वरी युवा मंडल रायपुर द्वारा “तरुणोदय–2025” तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर का भव्य आयोजन


रायपुर। माहेश्वरी युवा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित “तरुणोदय–2025” तीन दिवसीय आवासीय बाल संस्कार शिविर का आयोजन महेश्वरी भवन, डुंडा, रायपुर में बड़े उत्साह और अनुशासन के साथ संपन्न हुआ। इस शिविर में छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों से 245 बच्चों ने सहभागिता की और जीवन मूल्यों, संस्कृति व व्यक्तित्व विकास की गहराई से शिक्षा प्राप्त की।

माहेश्वरी युवा मंडल रायपुर द्वारा तरुणोदय (तीन दिवसीय आवासीय बाल संस्कार शिविर) का आयोजन महेश्वरी भवन डुंडा, रायपुर में किया गया।
माहेश्वरी युवा मंडल के अध्यक्ष नीलेश मूंधड़ा, सचिव राज बागड़ी एवं मीडिया प्रभारी अमित राठी ने कार्यक्रम के ऊपर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के हमारे मुख्य प्रेरणा स्तोत्र डॉक्टर अशोक भट्टर (बच्चों के विशेषज्ञ) बाल गोपाल हॉस्पिटल, रायपुर है। इस कार्यक्रम में पूरे प्रदेश भर से एवं अन्य प्रदेशो से कुल 245 बच्चे सम्मिलित हुवे ।
आयोजन में प्रशिक्षक के रूप में जिन्होंने अपनी सेवाएं दी:- श्रीमती शोभा सदानी मोटिवेशनल स्पीकर,
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम संरक्षक
अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन
महामंत्री- मै भारत हूं फाऊंडेशन, कोलकाता
श्रीमती डॉ श्रद्धा गट्टानी
एम डी ओरिएंटल पैलेस
एंटरप्रेन्योर, कंसीलर, मोटिवेशनल स्पीकर, उदयपुर
श्रीमती रूपल मोहता
सिंगर, एक्ट्रेस, मिसेज इंडिया यूनिवर्स, मुंबई
श्रीमती निशा लड्ढा
मोटिवेशनल स्पीकर, पूर्वांचल संयुक्त मंत्री – अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन, मैं भारत हुं फाउंडेशन – राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, कोलकाता
श्री सिद्धार्थ सिंह
डायरेक्टर – होली हार्ट्स एजुकेशनल एकेडमी, रायपुर
शोभा सदानी ने पहले सत्र में म्यूजिकल चेयर खिलाया, जहां ए टीम (३-६ कक्षा) के बच्चों को १० समूहों में बाँटा गया और बी टीम (७-१० कक्षा) को १२ समूहों में बाँटा गया। अगला सत्र श्रीमती श्रद्धा गट्टानी ने लिया, जहां उन्होंने पौराणिक पात्रों के बारे में सिखाया। शाम को क्रिकेटम आउटडोर गेम्स से बच्चों का मनोरंजन किया, उस सत्र में हर समूह ने फुटबॉल पासिंग, सैक रेस, रिले रेस, चम्मच नींबू रेस जैसे खेल खिलाय गए। रात्रि में सोने से पहले सभी वर्गों के बच्चों से मंत्र जाप करवाया गया।
अगले दिन की शुरुआत ज़ुंबा एवीएम योगा से हुई जो कि क्रिकेटम ने अपने ट्रेनर के द्वारा करवाया। श्रीमती शोभा जी सदानी ने सभी वर्ग के बच्चो को जीवन और परिवार के महत्व और मूल्यों के बारे में भगवान गणेश और उनकी क्रियाओं के वीडियो दिखाकर सिखाया। श्रीमती श्रद्धा गट्टानी ने समूह में अधिक ध्यान के साथ खेलने के बारे में सिखाया, बच्चों ने अपनी प्रतिभाओं में अच्छा प्रदर्शन किया और गाते-नृत्य करते, मजेदार जोक्स और कविता सुनाते हुए उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया।
बी टीम में कम्युनिकेशन एंड बॉडी लैंग्वेज विषय पर श्रीमती श्रद्धा जी गट्टानी ने बहुत ही अच्छा संवाद किया।
बच्चों ने अलग-अलग ऐतिहासिक चरित्रों को स्टेज पर प्रदर्शित भी किया जिससे उनकी कला को निखार मिला।
श्रीमती निशा जी लड्ढा और श्रीमती शोभा जी सादानी ने हमारे जीवन में त्योहारो के उत्सव का महत्व, बच्चों को समझाया।
शिविर के अंतिम सेशन में पेरेंट्स के साथ में श्री अशोक भट्टड़ एवं श्रीमती श्रद्धा गट्टानी ने बहुत अच्छा संवाद किया जिससे कि दोनों के बीच में एक अच्छा समन्वय स्थापित हो सके। श्री सिद्धार्थ सिंह ने बच्चों को हनुमान चालीसा का पाठ कराया तथा उन्हें हनुमान चालीसा का मतलब बड़े विस्तार में और आसान भाषा के समझाया जिससे बच्चे हनुमान चालीसा को और अच्छे से समझ पाए।
संस्कार शिविर में पौष्टिक आहार का महत्व अत्यंत उच्च है। पौष्टिक खाना हमारे शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह हमें ऊर्जा प्रदान करता है, शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है, और मन को संतुलित और शांत रखता है। संस्कार शिविर में पौष्टिक आहार सही विकल्पों के माध्यम से आहार में विभिन्न पोषक तत्वों का समावेश किया गया, जैसे कि फल, सब्जियाँ, अनाज, और दूध उत्पादों। इससे बच्चे स्वस्थ, सक्रिय, और ऊर्जावान रहे, जिससे उन्हें अपने शिक्षा और साधना कार्यों में अधिक सफलता प्राप्त हुई है।
तरुणोंदय – तीन दिवसीय आवासीय संस्कार शिविर में बच्चों को भेजने के कई फायदे हुए हैं। पहले, यहां उनके व्यक्तित्व और आत्मविश्वास को विकसित करने में मदद हुई, क्योंकि वे नए साथियों और अनुभवों के साथ जुड़ते हैं।
दूसरे, यहां उन्हें सामाजिक और नैतिक मूल्यों का अध्ययन करने का अवसर मिला, जिससे उनका व्यक्तित्व समृद्ध होता है। तीसरे, यहां उनकी सामाजिक कौशलों को विकसित करने में मदद करता है, जैसे कि टीम वर्क, सहयोग, और संवाद। इसके अलावा, यहां बच्चों को नई कला और शैलियों से परिचय करवाया गया जो उन्हें स्वतंत्रता और स्वाधीनता का अनुभव कराता है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में वेन्यू पार्टनर माहेश्वरी सभा, रायपुर, बाल गोपाल हॉस्पिटल, चॉइस हॉलीडेज, आरती ग्रुप, श्री नारायण राठी, सीए मनोज राठी, श्री विदित राठी, श्री उमेश अमित राठी, श्री सौरभ, अमित, लाखोटिया, श्री किशनलाल, बिश्वनाथ राठी, श्री नवल, निखिल डागा, श्री सुमित वर्षा डागा, श्री बसंत चितलांगिया, श्री मितेश किरण जी तापड़िया, श्री पंकज जी प्रिया जी माहेश्वरी, श्री हर्ष जी श्वेता जी राठी, श्री बृजेश गौरव दम्मानी का विशेष सहयोग रहा।
माहेश्वरी युवा मंडल रायपुर में सभी साथियों को ग्रुप वाइज जिम्मेदारी दी गई थी, मीडिया विभाग की विशेष जिम्मेदारी यह थी की हर सेशन का शोर्ट वीडियो बनाकर व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चों के पैरेंट्स तक पहुचाना, जिसे श्रीमती नेहा मूंधड़ा एवं श्रीमती स्नेहा अंशुल लखोटिया ने सम्भाली।
ग्रुप A की जवाबदारी में श्रीमती विद्या काबरा, श्रीमती किरण तापड़िया, कुमारी प्राची गांधी, श्रीमती आयुषी सदानी, श्रीमती आशा राठी, श्रीमती मेघा दम्मानी, श्रीमती राधा दम्मानी, कुमारी हिमांशी मूंधड़ा, श्रीमती श्वेता हर्ष राठी, कुमारी साक्षी माहेश्वरी, श्रीमती वर्षा मूंधड़ा, श्रीमती मीनाक्षी राठी ने सम्भाली ।
ग्रुप B की जवाबदारी में श्री कृष्णा लखोटिया, श्री अनिरुद्ध बागड़ी, श्री प्रतीक लड्ढा, श्रीमती स्नेहा कृष्णा लखोटिया, श्रीमती जयति डागा, श्रीमती निकिता नत्थानी, श्री गौरव बागड़ी, श्री ऋषभ चांडक, श्री नवनीत डागा, श्री चंद्रकांत राठी, श्री निखिल डागा, श्री अतुल टावरी, श्रीमति श्रुति बागड़ी, श्री निकुंज लाखोटिया, श्री प्रणव लखोटिया ने सम्भाली ।
खानपान विभाग में श्री सागर लखोटिया, श्री लक्ष्य राठी, श्री कुंदन भट्टड़, श्री वरुण माहेश्वरी, श्री प्रपन्न काबरा, श्रीमती भूमिका नत्थानी ने सम्भाली। रात्रिकालीन में वालंटियर करने के लिए श्री परेश भट्टड़, श्री गौरव दम्मानी, सिए गिरीश टावरी, श्रीमती प्रिया माहेश्वरी, श्री वरुण नत्थानी, श्री अंशुल लखोटिया, श्री मितेश तापड़िया ने संभाली।टेंट, साउंड, एलईडी की जिम्मेदारी ऑर्गेनाइजिंग के लिए श्रीमती गरिमा दम्मानी (ब्ल्यू बनाना इवेंट्स, कोलकाता) एवं श्री शरद सारडा को दी गई थी।
स्पीकर्स के अवाक जावक की विशेष जिम्मेदारी श्रीमती सीमा नत्थानी ने संभाली। एवं विशेष सहयोग माहेश्वरी सभा (महिला समिति) रायपुर एवं माहेश्वरी युवा मंडल (महिला समिति) रायपुर एवम अन्य सामाजिक गण का सहयोग प्राप्त हुआ एवं सभी साथियों ने अपने दिए गए कार्यों को बखूबी निभाया।
